सर्जरी से किया जाता है कमर के दर्द को दूर, जाने डॉक्टर द्वारा बताए गए 13 टिप्स जो कमर को रखे हेल्दी
आज कल के दौर में कमर में दर्द होने एक आम सी परेशानी बन गयी है, जिसका सही समय पर इलाज करवाना बेहद ज़रूरी है | अगर सही समय पर जाँच न करवाई जाये तो सर्जरी करवाने की अवस्था भी हो सकती है | यह बात बिलकुल सच है की कमर का दर्द न ही कोई दवाइयों से जाता है और न ही कोई एक्ससरसीज़ से | सर्जरी ही एक ऐसा विकल्प है जिसे कमर दर्द की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है | सर्जरी का नाम सुनते ही कई लोगों के मन में डर बैठ जाता है, लेकिन क्या आप यह बात जानते है की सिर्फ एक सर्जरी से कमर के दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है ?
कल्याण हॉस्पिटल के सीनियर डॉक्टर राजिंदर सिंह जो की स्पाइन सर्जरी, जॉइंट रिप्लेसमेंट, आर्थोस्कोपी जैसी सर्जरी में एक्सपर्ट्स है और उन्हें ओर्थपेडीक में 22 साल का तज़र्बा है, उनका कहना है की कमर के दर्द को दूर करने के लिए मिनिमली इनवेसिव सर्जरी बहुत कारगर साबित होती है,परन्तु इस सर्जरी के बारे में बहुत कम लोगों को पता है | आइये जानिए कैसे इस तकनीक के उपयोग से कमर के दर्द की समाया को दूर किया जा सकता है |
मिनिमली इनवेसिव सर्जरी कैसे होती है ?
डॉक्टर राजिंदर सिंह ने बताया की इस सर्जरी के दौरान कमर में छोटा सा कट लगाकर माइक्रोस्कोपिक वीडियो कैमरा को मरीज के शरीर के अंदर भेजा जाता है| इसके बाद स्क्रीन पर देख कर रीढ़ जो की एक संवेदनशील अंग है की बड़ी उचित तरीके के साथ सफल सर्जरी की जाती है | आइये जानते है इस सर्जरी के फायदे
- इस सर्जरी में सिर्फ 2 सेंटीमीटर का काट लगाया जाता है
- खून बहुत कम बहता है
- कमर के मांसपेशियों को नुकसान नहीं होता
- इन्फेक्शन होने का खरता बहुत कम होता है
- सर्जरी से दर्द भी बहुत काम होता है
- इस सर्जरी के मरीज़ जल्दी रिकवर कर जाते है
- सर्जरी के बाद दवाओं का सेवन बहुत कम हो जाता है
- एनेस्थीसिया के होने वाले रिस्क कम हो जाते है
मिनिमली इनवेसिव सर्जरी कब की जाती है ?
1- डिस्क प्रोलेप्स की समस्या पर
2- रीढ़ की हड्डी में स्पीडन
3- रीढ़ की हड्डी का एक तरफ से दूसरी तरफ मुड़ना
4- रीढ़ में इंफेक्शन होना
5- रीढ़ में स्थिरता की दिक्कत
6- रीढ़ के हदी का स्तम्ब कमजोर होना
7- स्पाइन में ट्यूमर
8- रीढ़ की हड्डी में कुशनिंग ख़तम होना
डॉक्टर द्वारा सुझाए गए 13 टिप्स, जो रीढ़ को रखे हेल्दी
टिप 1. डेली सैर करे
टिप 2. तैराकी करे
टिप 3. डेली कम से कम 30 मिनट्स साइकिलिंग करें
टिप 4. डेली योगासन करे
टिप 5. जब खड़े हो या बैठे हो तो झुकें का प्रयास न करे
टिप 6. आरामदायक कुर्सी का इस्तेमाल करें, लैपटॉप और कंप्यूटर को सही हाइट में रखे
टिप 7. कोशिश करें हील्स का प्रयोग न करे और आरामदायक जूतों का ही इस्तेमाल करें
टिप 8. घुटने को ऊपर करके एक तरफ करवट लेकर ही सोए
टिप 9. सख्त बिस्तर में ही हमेशा सोये
टिप 10. ज्यादा भारी सामान उठाने का प्रयास न करे
टिप 11. वजनदार सामान उठाने पर ट्विस्ट न करे
टिप 12. वजन को न बढ़ाये और प्रॉपर डाइट का सेवन करे
टिप 13. धूम्रपान या फिर कोई भी नशीली पदार्थों का उपयोग न करे
अगर इस समस्या से जुड़ी आप कोई भी विचार विमर्श करना चाहते हो तो आप कल्याण हॉस्पिटल के साथ कर सकते हो | यहाँ के सभी डॉक्टर्स ओर्थपेडीक में एक्सपर्ट्स और इन्हे 22 सालों का तज़र्बा है |
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