रीढ़ की हड्डी में नस दबने पर इन 3 लक्षणों को बिल्कुल न करें नज़रअंदाज

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    आज के समय में रीढ़ की हड्डी में नस दबना जैसी समस्या एक बहुत ही आम समस्या है। आजकल ज्यादातर लोगों में यह समस्या देखने को मिल रही है। दरअसल, रीढ़ की हड्डी में नस दबना, एक इस तरह की स्थिति है, जो आम तौर पर, तब विकसित होती है, जब हड्डियों, उपास्थि, मांसपेशियों या फिर टेंडन जैसे ऊतकों के साथ लगती नसों पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ता है। जब ऊतकों का नसों पर ज्यादा दबाव पड़ता है, तो इस तरह की स्थिति को संपीड़न कहा जाता है। आपको बता दें, कि यह समस्या महिलाओं और पुरुषों, दोनों में देखने को मिल सकती है। आम तौर पर, इस दबाव की वजह से पीड़ित लोगों को तीव्र दर्द, झुनझुनी, सुन्नता और मांसपेशियों में कमजोरी जैसे गंभीर लक्षणों का एहसास हो सकता है। 

    असल में, रीढ़ की हड्डी की नस दबी है, या फिर नहीं इसके बारे में पता लगाने के लिए डॉक्टर MRI टेस्ट करवाने की सलाह को प्रदान करते हैं। कुछ स्थितियों में दबी हुई नस से राहत पाने के लिए कसरत या फिर दवाइयों का सहारा लिया जा सकता है और वहीं इसकी गंभीर स्थितियों में इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए, सर्जरी की जरूरत होती है। दरअसल, इस दौरान सर्जरी का मुख्य उद्देश्य नस पर पड़ने वाले दबाव को ठीक करना होता है। आम तौर पर, सर्जरी के विकल्पों में लैमिनेक्टॉमी, डिस्केक्टॉमी, फोरामिनोटॉमी और स्पाइनल फ्यूजन जैसी प्रक्रिया शामिल होती हैं, जिनके माध्यम से कशेरुका के हिस्से, क्षतिग्रस्त डिस्क या फिर दबाव बनाने वाले ऊतकों को निकाल दिया जाता है। पर इस समस्या की वजह से पीड़ित लोगों को बहुत सारे लक्षणों का अनुभव हो सकता है। तो आइये इस लेख के माध्यम से इसके डॉक्टर से रीढ़ की हड्डी में नस दबने के लक्षणों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं। 

    रीढ़ की हड्डी में नस दबने के लक्षण 

    रीढ़ की हड्डी में नस दबना जैसी समस्या की वजह से पीड़ित लोगों को कई लक्षणों का अनुभव हो सकता है, जैसे कि 

    1. पैरों में झुनझुनी

    रीढ़ की हड्डी में नस दबने की समस्या की वजह से आपको अपने पैरों में झुनझुनी महसूस हो सकती है। आपको बता दें कि यह झुनझुनी पैरों के तलवों या फिर हथेलियों पर हो सकती है। दरअसल, जब रीढ़ की हड्डी में नस पर दबाव बढ़ता है, तो इसके कारण पैरों में और कुछ मामलों में पीड़ित व्यक्ति के पूरे शरीर में झुनझुनी या चुभन का अनुभव हो सकता है। आम तौर पर, इस तरह की स्थिति गंभीर हो सकती है, इसलिए समस्या के इस लक्षण को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें।

    2. मांसपेशियों में कमजोरी 

    दरअसल, रीढ़ की हड्डी में नस दबने की वजह से मांसपेशियां काफी ज्यादा प्रभावित हो जाती हैं, जिससे इन में कमजोरी आ जाती है। इस तरह की समस्या में, केवल थोड़ा-सा काम करने पर ही आपको थकान और कमजोरी का अनुभव हो सकता है। 

    3. रीढ़ की हड्डी में दर्द

    आपको अक्सर रीढ़ की हड्डी के आसपास, कमर या फिर पीठ में दर्द का अनुभव होता है, तो इस तरह की स्थिति में इस लक्षण को बिल्कुल अनदेखा न करें, क्योंकि यह रीढ़ की हड्डी में नस दबने का संकेत हो सकता है। इसके कुछ मामलों में, इसके कारण व्यक्ति को चलने-फिरने में भी दिक्कत हो सकती है।


    निष्कर्ष:

    लोगों को रीढ़ की हड्डी में नस दबना जैसी समस्या होना एक आम बात है। यह पुरुष और महिला दोनों में देखी जा सकती है। जब हड्डियों, उपास्थि, मांसपेशियों या टेंडन जैसे ऊतकों से जुड़ी नसों पर दबाव पड़ता है, तो रीढ़ की हड्डी में संपीड़न जैसी समस्या उत्पन्न होती है। इस दबाव की वजह से पीड़ित लोगों को पैरों में झुनझुनी, मांसपेशियों में कमजोरी और रीढ़ की हड्डी में दर्द जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। इस समस्या के निदान के लिए डॉक्टर MRI टेस्ट कराने की सलाह दे सकते हैं और कुछ गंभीर मामलों में इसकी सर्जरी भी की जा सकती है। अगर आप इसके बारे में ज्यादा जानना चाहते हैं, या फिर आपको भी रीढ़ की हड्डी से जुड़ी कोई समस्या है, जिसका आप इलाज ढूंढ रहे है, तो आप आज ही कल्याण अस्पताल में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।