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जानिए एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी कैसे कम चीड़-फाड़ के आपके दर्द का करेगी समाधान ?

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    जानिए एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी कैसे कम चीड़-फाड़ के आपके दर्द का करेगी समाधान ?

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    एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी एक बेहतरीन नई तकनीक है जिसके द्वारा पीठ दर्द का इलाज तुरंत ठीक किया जा सकता है और इस सर्जरी में ओपन बैक सर्जरी की तुलना में बहुत कम समय लगता है। इस सर्जरी का चयन तकरीबन लोग रोगों के निदान के लिए करते है, तो चलिए जानते है की कैसे इस सर्जरी का चयन करके हमे फ़ायदा हो सकता है, वहीं इस सर्जरी से जुडी समस्त बातों को भी हम आपके सामने प्रस्तुत करेंगे ;

    क्या है एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी ?

    • एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी एक ऐसा इलाज या सर्जरी का माध्यम है, जिसमें मरीज को कम दर्द और असहजता महसूस होती है। इस सर्जरी के माध्यम से नाम मात्र की चीर फाड़ की जाती है और दर्द भी ना के बराबर होता है। 
    • इस सर्जरी का चायन करने वाले मरीज को 1 दिन के अंदर ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है और मरीज अपने दैनिक जीवन में वापसी कर सकता है।
    • एंडोस्कोप का उपयोग करके रीढ़ का सर्जिकल उपचार किया जाता है और यह प्रक्रिया एंडोस्कोपिक स्पाइनल सर्जरी के रूप में जानी जाती है।

    एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी को किस तरीके से किया जाता है !

    • इस सर्जरी को करने से पहले मरीज को पहले आईवी दवा से हल्का बेहोश किया जाता है और ऑपरेटिंग टेबल पर आराम से बिठाया जाता है। इसके बाद सर्जन यह सुनिश्चित करने के लिए त्वचा की सर्जिकल साइट को स्थानीय रूप से सुन्न कर देते है कि मरीज को सर्जरी के दौरान दर्द न हो।
    • फ़्लोरोस्कोपिक एक्स-रे मार्गदर्शन के तहत, चिकित्सक रीढ़ की हड्डी की सुई और तार को दर्दनाक स्पाइनल डिस्क तक ले जाता है। फिर ¼ इंच का सूक्ष्म चीरा लगाया जाता है। 
    • सर्जिकल पोर्टल स्थापित करने के लिए एक मेटल डाइलेटर (पेंसिल के आकार का) और कैनुला को स्पाइनल डिस्क के नीचे गाइडवायर पर धीरे से रखा जाता है। गाइडवायर और डाइलेटर को हटा दिया जाता है।
    • फिर प्रभावित रीढ़ की नसों को दबाने और दबाने में सर्जन की सहायता के लिए एंडोस्कोप के माध्यम से विशेष सूक्ष्म उपकरण लगाए जाते है। वहीं इस सर्जरी को लुधियाना में बेस्ट स्पाइन सर्जन के द्वारा किया जाता है। 
    • इसके बाद सर्जरी के बाद, रीढ़ की हड्डी की नसें विघटित हो जाती है और टकराव से मुक्त हो जाती है। रोगी को आराम बढ़ाने और ऑपरेशन के बाद सूजन संबंधी दर्द को कम करने के लिए अक्सर रीढ़ की हड्डी के स्तर पर स्टेरॉयड इंजेक्शन लगाया जाता है, ताकि उसको आराम मिल सके दर्द से।

    एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी की प्रक्रिया क्या है ?

    • एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी एंडोस्कोपिक उपकरणों की मदद से छोटे चीरों के माध्यम से की जाती है, जिससे कि सर्जन शरीर के आंतरिक अंगों को देख सकें। सामान्य तौर पर ट्रांसमिटिंग मशीन डालने के लिए आधा इंच 7 मिमी से डेढ़ सेंटीमीटर से कम के चीरे की आवश्यकता इसमें होती है।
    • वहीं थोड़ी जगह बनाने के लिए मरीज की पीठ की मांसपेशियों को उसकी रीढ़ की हड्डी के कनेक्शन से हटा दिया जाता है, जिससे कि सर्जन सर्जरी के लिए आवश्यक एंडोस्कोप राॅड, स्क्रू, बोन ग्राफ्ट आदि को आसानी से रख सकें।

    एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी के फायदे क्या है ?

    • एंडोस्कोपीक स्पाइनल सर्जरी सबसे कम आक्रामक स्पाइनल सर्जरी में से एक मानी जाती है।
    • इस सर्जरी में बिना ज्यादा चिर-फाड़ किए उपचार किए जाने की सुविधा मिलती है।
    • कम समय में सर्जरी पूरी हो जाती है साथ ही मरीज को कम दर्द का अनुभव होता है।
    • बुजुर्ग रोगियों के लिए यह सर्जरी बहुत कारगर साबित होती है।
    • ओपन सर्जरी के मुकाबले एंडोस्कोपिक सर्जरी को बहुत सुरक्षित तरीका माना गया है।

    यदि आप पीठ के दर्द से बहुत परेशान है और इसके लिए आप सर्जरी का चयन करना चाहते है, तो ऐसे में आपको लुधियाना में बेस्ट एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी का चयन करना चाहिए। 

    एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी का खर्चा कितना आता है ?

    इसका खर्चा भारत में काफी कम है, वहीं अगर आपकी स्थिति ज्यादा गंभीर है और अगर आपने काफी अनुभवी डॉक्टर का चयन कर लिया है और हॉस्पिटल भी काफी बड़ा है तो कुछ हद तक इसका खर्चा बढ़ सकता है। 

    सुझाव :

    यदि आप बहुत ज्यादा पीठ में हो रहें दर्द की समस्या से परेशान है, तो इससे बचाव के लिए आपको इस हिस्से की सर्जरी का चयन करने के लिए आप कल्याण हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए।

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