अर्थराइटिस के मरीज़ भूलकर भी न करें ये 10 भोजन का सेवन, नहीं तो बाद में बढ़ सकती है परेशानी
गठिया या फिर अर्थराइटिस से होने वाला दर्द पीड़ित व्यक्ति के लिए असहनीय होता है | असंतुलन और खराब खानपान की वजह से अब कम उम्र की लोग भी गठिया का शिकार हो रहे है | अधिकतर मामलों में यह समस्या शरीरिक गतिविधि की कमी होने के कारण, असंतुलित भोजन का सेवन करने से, नशीले पदार्थों का सेवन करने से आदि के कारणों से उत्पन्न होता है | गगठिया या फिर अर्थराइटिस जैसे समस्या को कम करने के लिए यह ज़रूरी है की इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति अपने भोजन का खास ख्याल रखें |
ऐसे बहुत से फूड्स होते है जो हड्डियों को नुकसान पहुंचने का कार्य करते है, इसके अलावा इसके सेवन से गठिया से जुड़े समस्या को बढ़ावा मिलता है और कई तरह की परेशानिया ट्रिगर हो जाती है | इससे बचने का केवल एक ही उपाय है की आप इस तरह के भोजन का सेवन बिलकुल न करें | आइये जानते है ऐसे ही 10 फूड्स के बारे में जो आपके सेहत को नुक्सान पहुंचने का कार्य करते है |
अर्थराइटिस के मरीज़ भूलकर इन 10 भोजन का न करें सेवन
अर्थराइटिस के मरीज़ के लिए जितना ज़रूरी एक्सरसाइज करना होता है, उतना ही अपने डाइट पर ध्यान देना भी बेहद ज़रूरी होता है | इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के लिए बहुत ज़्यादा नमक का सेवन करना या फिर बहुत ज़्यादा मीठा पदार्थ का सेवन करना हानिकारक साबित हो सकता है | अर्थराइटिस से पीड़ित मरीज़ के लिए यह ज़रूरी है की वह निम्नलिखित भोजन का सेवन करने से बचें :-
- आलू :- आलू एक ऐसी सब्ज़ी है, जो हमारे भोजन का बेहद अहम हिस्सा होता है | अर्थराइटिस के मरीज़ के लिए बहुत ही ज़्यादा आलू का सेवन कारण, अर्थराइटिस से जुड़े कई तरह के समस्या उत्पन्न हो सकते है | आलू में सोलनीन नामक केमिकल पदार्थ मौजूद होते है, जो गठिया के मरीज़ के लिए परेशानी को बढ़ा सकता है |
- नमक :- जो लोग लंबे समय तक नमक का अधिक मात्रा में सेवन करते है तो उनके शरीर में वाटर रिटेंशन की समस्या हो सकती है | जिसकी वजह से हड्डियां कमज़ोर होने लग जाती है | इसलिए गठिया से पीड़ित व्यक्ति अधिक नमक के सेवन में प्रबंधन करें |
- प्रोसेस्ड फ़ूड :- प्रोसेस्ड फ़ूड में वसा बहुत अधिक मात्रा में मौजूद होते है, जिसके सेवन से शरीर में कई तरह के समस्याएं उत्पन्न हो सकते है | जो लोग प्रोसेस्ड फ़ूड का सबसे अधिक सेवन करते है, उनमें गठिया होने की संभावना सबसे अधिक होती है |
- ग्लूटोन वाले फ़ूड :- अर्थराइटिस या फिर गठिया से पीड़ित मरीज़ के लिए यह ज़रूरी होता है की वह ग्लूटोन वाले फ़ूड का सेवन बहुत ही कम करें | ऐसा इसलिए क्योंकि यह फ़ूड शरीर में सूजन की समस्या को बढ़ावा देने का कार्य करते है |
- शराब :- शराब जैसे नशीले पदार्थ का सेवन करने से अर्थराइटिस के मरीज़ की परेशानियां ट्रिगर हो जाती है | शराब पीने वाले लोगों की हड्डियां आम लोगों के हड्डियों की तुलना में काफी कमज़ोर हो जाती है और अधिक मात्रा में शराब के सेवन से मानसिक और शारीरक स्वास्थ्य से जुडी कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती है |
- फैटी फूड्स :- फैटी फूड्स में वसा बहुत ही ज़्यादा मात्रा में मौजूद होते है, जिसके लगातार और अधिक मात्रा में सेवन से शरीर का वजन अनियमित रूप से बढ़ने लग जाता है | फैटी फ़ूड के सेवन से गठिया के मरीज़ को भी कई तरह की समस्यों से गुजरना पड़ सकता है, इसलिए नियमित रूप से ही फैटी फूड्स का सेवन करें |
- रेड मीट :- रेड मीट का अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर में सूजन की समस्या और अर्थराइटिस से जुड़ी समस्या बढ़ सकती है | रेड मीट में अधिक मात्रा में फैट मौजूद होता है, इसलिए अर्थराइटिस के मरीज़ के लिए यह ज़रूरी हो जाता है की वह इसका सेवन नियमित रूप से करें |
- मीठे पदार्थ :- जो लोग अधिक मात्रा में मीठे पदार्थ का सेवन करते है, उनमें डायबिटीज़ होने का खतरा सबसे अधिक होता है | इसके साथ ही इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से अर्थराइटिस के मरीज़ के लिए परेशानियां बढ़ सकती है |
- कैफीन :- यदि गठिया से पीड़ित व्यक्ति कैफीन का अधिक मात्रा में सेवन करते है तो वह नकारत्मक रूप से प्रभावित हो सकते है, क्योंकि इसके सेवन से मरीज़ को असहनीय दर्द से गुजरना पड़ सकता है |
- खट्टे पदार्थ :- गठिया से पीड़ित व्यक्ति के लिए यह बहुत ज़रूरी होता है की वह खट्टे पदार्थ का सेवन बिलकुल ही कम करें | ऐसा इसलिए क्योंकि यह दर्द और सूजन की समस्या को बढ़ाने में सक्षम होते है |
गठिया एक गंभीर समस्या है, जिसे सही समय पर ध्यान न देने पर, इससे पीड़ित मरीज़ को कई तरह की समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है | इसलिए इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाएं और समय-समय अपनी परेशानी का निरिक्षण करवाते रहे | इलाज के लिए आप कल्याण हॉस्पिटल से परामर्श कर सकते है | कल्याण होस्पिटल में मौजूद सभी डॉक्टर्स पंजाब के बेहतरीन ऑर्थोपेडिक्स में से एक है, जो अपने मरीज़ों का स्थायी रूप से इलाज करते है |
इसलिए आज ही कल्याण हॉस्पिटल की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं और परामर्श के लिए अपनी नियुक्ति की बुकिंग करवाएं | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से संपर्क कर सीधा संस्था से बातचीत कर सकते है |
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