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रीढ़ की हड्डी में चोट लगने के क्या है कारण व उपचार के तरीके ?

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    रीढ़ की हड्डी में चोट लगने के क्या है कारण व उपचार के तरीके ?

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    रीढ़ की हड्डी को चोट (या क्षति) तब लगती है, जब कोई चीज़ इस रज्जु के कार्य या इसकी संरचना में कोई व्यवधान पैदा करती है। इसमें किसी चिकित्सीय रोग के परिणाम या तंत्रिकाओं को अत्यधिक खींच देने वाला ट्रॉमा (आघात), कोई टक्कर, कशेरुका की हड्डी द्वारा रीढ़ की हड्डी को दबाया जाना, आघात तरंग, बिजली का झटका, ट्यूमर, संक्रमण, जहर, ऑक्सीजन की कमी, तंत्रिकाओं का कटना या चिरना शामिल हो सकते है। ये तो बात हुई रीढ़ की हड्डी में चोट की, लेकिन अब हम इस चोट के क्या कारण हो सकते है और इससे हम कैसे खुद का बचाव कर सकते है, इसके बारे में आज के लेख में चर्चा करेंगे ;

     

    रीढ़ की हड्डी के कार्य क्या है ?

    • रीढ़ की हड्डी का हमारे शरीर में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है, क्युकी यह मस्तिष्क द्वारा दिए गए कार्यो को संकेत के रूप में शरीर के अन्य भागों तक पहुंचाने का कार्य करते है। रीढ़ की हड्डी पूरे शरीर से जुड़ी होती है और इसलिए यह एक महत्वपूर्ण अंग है।
    • शरीर द्वारा दिए गए संकेत भी रीढ़ की हड्डी द्वारा मस्तिष्क तक पहुंचाए जाते है। यह मस्तिष्क को शरीर द्वारा अनुभव की जाने वाली विभिन्न प्रकार की संवेदनाओं, जैसे दर्द, आराम और कई अन्य बातों को समझने में मदद करता है।
    • रीढ़ की हड्डी प्रतिवर्ती क्रियाओं को समझने में भी मदद करती है। रीढ़ की हड्डी में कोई भी क्षति किसी व्यक्ति की अचानक उत्तेजनाओं पर प्रतिक्रिया करने की क्षमता को बाधित कर सकती है।

     

    रीढ़ की हड्डी में चोट के बाद शरीर में क्या प्रभाव नज़र आते है ?

    • रीढ़ की हड्डी में चोट के बाद आपको आंत्र में संक्रमण की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
    • सांस संबंधी समस्याएं भी आ सकती है।
    • कुछ भी पचने की गति में रुकावट आ जाती है।
    • संवेदनाओं को समझने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
    • मांसपेशियों की गतिविधियों को समझने में भ्रम जैसा कुछ अनुभव हो सकता है। 

    अगर आपके रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट लग गई है, तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में बेस्ट स्पाइन सर्जन का चयन करना चाहिए।

     

    रीढ़ की हड्डी में चोट के कारण क्या है ?

    • रीढ़ की हड्डी में चोट के कारण मस्तिष्क से शरीर के अन्य भागों तक जाने वाले सिग्नल टूट जाते है। इसलिए, शरीर अपने नियमित कार्य करने में सक्षम नहीं हो पाता। जैसे – रीढ़ की हड्डी में चोट के कारण व्यक्ति को सीढ़ियाँ चढ़ने, अपना सिर खुजलाने, या यहाँ तक कि किसी को हाथ हिलाना जैसे बुनियादी कार्य करने में असमर्थता का उसको सामना करना पड़ता है। 
    • इसके अलावा वाहन दुर्घटनाएं, रीढ़ की हड्डी की चोटों के सबसे आम और स्पष्ट कारणों में से एक है। दुर्घटना रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंचा सकती है और शरीर के अन्य हिस्सों को घायल कर सकती है। इसलिए रीढ़ की हड्डी की चोटें आमतौर पर वाहन दुर्घटनाओं में देखी जाती है। घातक दुर्घटनाओं में रीढ़ की हड्डी की पूरी चोट की संभावना हमेशा अधिक होती है।
    • खेलों, में आमतौर पर चोट लगने का खतरा होता है। इसलिए, इन खेलों को खेलते समय व्यक्तियों को बहुत सावधान रहने की जरूरत है। रीढ़ की हड्डी में किसी भी प्रकार की क्षति या चोट के परिणामस्वरूप रीढ़ पर असहनीय दबाव पड़ता है। खेल-खेलते समय रीढ़ की हड्डी को लगातार मोड़ना, घुमाना और फैलाना रीढ़ की हड्डी की चोट के कारण में शामिल हो सकते है।
    • स्पाइनल स्ट्रोक, हालांकि यह एक अनसुनी स्थिति की तरह लग सकता है, लेकिन गंभीर अवस्था में यह घातक साबित हो सकता है। स्पाइनल स्ट्रोक तब होता है जब रीढ़ की हड्डी में रक्त की आपूर्ति नहीं हो पाती है। रक्त के थक्के जमने से पूर्ण या आंशिक पैरापलेजिया होता है, जिससे रीढ़ की हड्डी की चोट के कारणों की कतार बढ़ जाती है ।

    अगर रीढ़ की हड्डी में चोट के कारण आपका चलना फिरना काफी मुश्किल होता जा रहा है, तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में बेस्ट ऑर्थो डॉक्टर का चयन करना चाहिए।

     

    रीढ़ की हड्डी में चोट के बाद उपचार के क्या तरीके है ?

    • रीढ़ की हड्डी की चोट के बाद मुख्य पहलुओं में से एक है, रीढ़ की हड्डी में रक्त के प्रवाह को सुनिश्चित करना है। यदि किसी कारण से रीढ़ की हड्डी में रक्त का प्रवाह रुक जाए या थम जाए, तो आंशिक या पूर्ण चोट लग सकती है। इसके अलावा, यह मानव शरीर की मोटर गतिविधियों के कामकाज में भी बाधा उत्पन्न कर सकती है।
    • अक्सर रीढ़ की हड्डी में चोट के बाद रीढ़ को और अधिक आघात या जख्मी होने से हमे बचाना चाहिए। क्युकी यह शरीर के अन्य अंगों को सुरक्षित रखने और आगे की क्षति को फैलने से रोकने में मदद करते है।
    • गंभीर रीढ़ की हड्डी की चोट से होने वाले नुकसान से बचने के लिए सर्जरी उपचार के विकल्पों में से सबसे बेहतरीन विकल्प है। वहीं सर्जरी की बात करें तो ये हड्डियों के संपीड़न से बचने के लिए हड्डियों के टुकड़े और विदेशी वस्तुओं को हटाने में मदद करती है।

    यदि आप रीढ़ की हड्डी में चोट के कारण बहुत ज्यादा परेशान है तो इसके लिए कल्याण हॉस्पिटल के संपर्क में आपको आना चाहिए और किसी भी तरह के उपचार को अपनाने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

     

    निष्कर्ष :

    रीढ़ की हड्डी का दर्द बहुत ही दर्दनाक माना जाता है, क्युकी इसमें अगर परेशानी होगी तो इसका सारा असर हमारे सम्पूर्ण शरीर पर पड़ेगा, इसके अलावा रीढ़ की हड्डी में किसी भी तरह की परेशानी आने पर आपको जल्द डॉक्टर का चयन करना चाहिए।

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