क्या है एसीएल (ACL) सर्जरी और इसकी जरूरत क्यों पड़ती है ?
एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट (ACL) घुटनो के लिगामेंट को जोड़ने की एक बेहतरीन सर्जरी है और तो और इस सर्जरी की जरूरत क्यों पड़ती है और इसका चयन किन लोगों को करना चाहिए, इसके अलावा इस सर्जरी से जुडी तमाम बातों के बारे में भी हम चर्चा करेंगे ;
क्या है एसीएल (ACL) सर्जरी ?
- ACL सर्जरी घुटनों से जुडी हुई एक बेहतरीन सर्जरी है जो संदर्भित करती है घुटने के सबसे बड़े लिगामेंट, अर्थात् इनर क्रिएट लिगामेंट को, इसके अलावा इसमें इस तरह के लिगामेंट को ठीक किया जाता है। और इसे घुटने की सर्जरी में, फटे हुए लिगामेंट को ठीक किए गए लिगामेंट से बदल दिया जाता है।
- वहीं यह एक आसान प्रक्रिया है जिसमें बहुत कम समय लगता है। और घुटने के दर्द से परेशान व्यक्ति इस दर्द की समस्या से खुद का बचाव आसानी से कर लेता है।
एसीएल (ACL) सर्जरी को आप चाहे तो लुधियाना में बेस्ट ऑर्थो डॉक्टर से भी करवा सकते है।
एसीएल (ACL) सर्जरी को करवाने की सलाह कब दी जाती है !
- घुटने में असहनीय दर्द होने पर भी आपको इस सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।
- घुटने की चोट भी आपको इस सर्जरी का चयन करने के लिए मजबूर कर सकती है।
- चलने में दिक्कत का सामना करने वाले लोग भी इस सर्जरी का चयन करते है।
- घुटने में लगी चोट आपके कार्यक्षमता को काफी प्रभावित करते है।
- पेशे से एथलीट व्यक्ति को भी डॉक्टर इस सर्जरी को करवाने की सलाह देते है। क्योंकि उन्हें खेल के दौरान काफी चोटें आई होती है और उन्हें जल्दी से इसका इलाज करवाने की आवश्यकता होती है।
एसीएल (ACL) सर्जरी से पहले के कार्य !
- ACL सर्जरी को करवाने से पहले डॉक्टर आपके घुटने की फिजिकल थेरेपी करवाने की सलाह देते है, ताकि छोटी-मोटी घुटने में दर्द की समस्या को ठीक किया जा सकें।
- कुछ अवस्था में इस सर्जरी में डॉक्टर दवाएं लेने की सलाह भी मरीज़ को देते है।
- इस सर्जरी से पहले डॉक्टर आपको अपने खाने-पीने का अच्छे से ख्याल रखने की सलाह देते है।
- इस सर्जरी का चयन जिस दिन करना हो उस दिन अपने साथ दूसरे व्यक्ति को जरूर लेकर आए ताकि सर्जरी के बाद वो आपको संभाल सकें।
- ACL सर्जरी से पहले डॉक्टर आपके घुटने की जाँच करते है ताकि उन्हें पता चल सकें की आपका घुटना सर्जरी के लायक है या नहीं।
कैसे की जाती है एसीएल (ACL) सर्जरी ?
- एनेस्थीसिया इंजेक्शन लगाकर इस सर्जरी का चयन किया जाता है।
- फिर घुटने के आगे के हिस्से में अनुभवी सर्जन के द्वारा कट लगाया जाता है।
- इसके बाद फटे हुए लिगामेंट को हटा दिया जाता है।
- नए लिगामेंट लगाया जाता है।
- फिर आखिर में मरीज़ को सुधार कक्ष में ले जाया जाता है।
वही अगर आप चाहे तो इस सर्जरी को कल्याण हॉस्पिटल से भी करवा सकते है।
एसीएल (ACL) सर्जरी के बाद क्या सावधानियां बरते !
- दर्द निवारक दवा समय पर लें।
- फिजिकल थेरेपी जरूर करवाए।
- पौष्टिक भोजन को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
- भारी शारीरिक गतिविधियों से जितना हो सकें खुद का बचाव करें।
- पर्याप्त नींद लें।
- सर्जरी के बाद सर्जन के संपर्क में रहें, ताकि सामान्य सी भी समस्या आपको परेशान न कर सकें।
क्या एसीएल (ACL) सर्जरी के कोई दुष्प्रभाव भी है ?
- इस सर्जरी को कई बार व्यक्ति को दूसरी बार करवाना पड़ सकता है।
- घुटने में संक्रमण जैसी समस्या का व्यक्ति को सामना करना पड़ सकता है इस सर्जरी के बाद।
- सर्जरी के दौरान भारी रक्तस्राव भी हो सकता है।
- सर्जरी के बाद भी कई बार घुटने में दर्द की समस्या बनी हो सकती है।
- कई बार घुटने में ग्राफ्ट सही तरीके से नहीं लगता तब भी परेशानी आ सकती है।
- इस सर्जरी की वजह से कई बार आपके कमर या रीढ़ की हड्डी पर भी असर पड़ता है। तो इस सर्जरी के बाद अगर आप रीढ़ की हड्डी में दर्द की समस्या से परेशान है तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में बेस्ट स्पाइन सर्जन का चयन करना चाहिए।
निष्कर्ष :
एसीएल (ACL) सर्जरी घुटने में दर्द की समस्या का सामना कर रहें लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है और अक्सर घुटने में दर्द का सामना कर रहें लोग इस सर्जरी का चयन करते है, लेकिन ध्यान रहें इस सर्जरी के बारे में अच्छे से जानकारी हासिल करने के बाद ही इस सर्जरी का चयन करें।
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